Principal Secretary General Administration Department (GAD) and Health and Medical Education (HME) Department Manoj Kumar Dwivedi has been posted as Joint Secretary, Department of Personnel & Training (DoPT) on central deputation. His name figured in the list of sixteen officers whose names the Appointments Committee of the Cabinet (ACC) approved on Saturday for appointments or repatriation at Joint Secretary or Joint Secretary equivalent level with pay at Level 14 of the Pay Matrix.
शुक्रवार, 26 अगस्त 2022
GNA का DNA मोदी-फाइड हो गया: जयराम रमेश
काफी समय हासिये पर रहने के बाद लाइमलाइट में आये जयराम रमेश ने ओपनिंग करते ही सिक्स मारते हुए गुलाम नबी को मॉडिफाइड बताया वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सोनिया गांधी को लिखे इस्तीफे में आजाद ने राहुल को लेकर तल्ख टिप्पणी की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि आजाद का DNA मोदी-फाइड हो चुका है।
वहीं, अशोक गहलोत ने गुलाम नबी को संजय गांधी का चापलूस कहा है। राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जयपुर में मीडिया से कहा- संजय गांधी के वक्त में ये सब चापलूस ही माने जाते थे। तब कई नेता कहते भी थे कि संजय गांधी चापलूसों से घिरे हुए हैं। उस वक्त संजय गांधी अगर दबाव में आकर उन्हें हटा देते, तो आज गुलाम नबी आजाद का नाम देश के लोग नहीं जानते।
इस्तीफे के बाद आजाद ने कहा है कि वे जम्मू-कश्मीर वापस जाएंगे और नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा- गांधी परिवार से मेरा रिलेशन ठीक है। मैंने लेटर में जो भी लिखा है, वो कांग्रेस के लिए लिखा है। इधर, आजाद के इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर में 5 पूर्व विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
देश के सारे टोल प्लाजा हटाने की तैयारी
सरकार की योजना आने वाले दिनों में नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस-वे से सभी टोल प्लाजा को हटाने की है। टोल प्लाजा की जगह हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर यानी ANPR कैमरे लगेंगे।
जैसे ही कोई कार हाईवे से गुजरेगी, तो वहां लगे खास कैमरे कार के नंबर प्लेट को रीड कर लेंगे और टोल का चार्ज गाड़ी मालिक के लिंक्ड बैंक अकाउंट से सीधे कट जाएगा।
हालांकि अभी ये कैमरे केवल 2019 के बाद आने वाली गाड़ियों के नंबर प्लेट ही रीड कर सकते हैं।
मेरठ में कोरोना के 6 नये केस मिले
मेरठ जिले में बृहस्पतिवार को कोरोना के 6 नये मरीज मिले हैं। लगातार कोविड के मरीजाें की संख्या कम हो रही है। जिले में कोरोना के एक्टिव केस भी कम बचे हैं। जो नये मरीज मिले हैं यह संपर्क वाले मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
एक्टिव केस 57 बचे
संयुक्त निदेशक डॉ अशोक तालान के अनुसार जिले में बृहस्पतिवार को 2104 लोगों की कोरोना की जांच की गई। इनमें से 6 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। 11 मरीज ऐसे हैं जो कोविड सेंटर में भर्ती हैं। मेरठ में कोरोना के सक्रिय केस की संख्या 57 रह गई है। 46 लोग अपने घर पर ही आइसोलेशन में हैं। बृहस्पतिवार को 19 लोगों को डिस्चार्ज किया गया।
भूपेंद्र चौधरी के बहाने, BJP साधेगी 4 निशाने
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने UP में होमवर्क शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव में वेस्ट यूपी की 27 सीटें भाजपा के लिए बेहद अहम हैं। इन सीटों पर सियासी समीकरण फिट करने के लिए पार्टी ने काम शुरू कर दिया है। इसके तहत जाटलैंड में जाटों की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने वेस्ट UP के कद्दावर नेता भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।
PAK में कट्टरपंथियों का अहमदियों की कब्र पर हमला
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कट्टरपंथियों ने 22 अगस्त को अहमदिया समुदाय के कब्रिस्तान पर हमला किया। कट्टरपंथियों ने अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय की कब्रों पर पत्थरबाजी की। मौलवी अहमदियों के खिलाफ नफरत पैदा कर रहे हैं। इससे अहमदिया बहुत डर में हैं और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अहमदियों ने सरकार से न्याय की गुहार भी लगाई है।
अहमदिया समुदाय के नेता आमिर महमूद ने बुधवार को बताया- 22 अगस्त को दो लोगों ने लाहौर से करीब 150 KM दूर फैसलाबाद जिले में कब्रिस्तान पर पत्थर फेंके। वहां मौजूद कब्रों को तोड़ दिया। अनजान लोगों ने हमारे समुदाय की 16 कब्रों के साथ बेअदबी की। क्रबिस्तान की कई कब्रों पर लगे पत्थरों पर कुछ लिखा भी।
खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे अहमदिया
यह 75 साल पुराना कब्रिस्तान है। इसके पहले यहां इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। मौलवी कट्टरपंथियों से कब्रों पर हमले करवा रहे हैं। इस तरह की घटनाओं से कई लोग आहत हुए हैं। उन्होंने सरकार से इंसाफ की गुहार भी लगाई है। अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनको डर है कि उन पर भी हमला हो सकता है।
टेक्सास में भारतीय महिलाओं पर नस्लीय हमला
अमेरिका के टेक्सास में भारतीय-अमेरिकी महिलाओं पर नस्लीय हमले का मामला सामने आया है। यहां के प्लानो शहर के सिक्स्टी वाइन्स रेस्टोरेंट के बाहर चार महिलाएं भारतीय लहजे में बात कर रही थीं। उसी वक्त मेक्सिकन-अमेरिकी मूल की महिला ने इन पर नस्लीय टिप्पणियां और गालियां दीं। महिला ने एक भारतीय महिला को थप्पड़ भी मारा। घटना 24 अगस्त की है, महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी महिला ने कहा- तुम्हारी वजह से देश में बर्बादी
भारतीय महिलाओं में से एक ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी महिला भारतीय महिलाओं के समूह से कह रही है कि, ‘मुझे तुम भारतीयों से नफरत है। इस देश में तुम लोग भरे पड़े हो। तुम्हें बेहतर जिंदगी चाहिए थी, तो तुम यहां आ गए, लेकिन तुम जैसे लोगों की वजह से ये देश बर्बाद हो रहा है। तुम भारत वापस चले जाओ। इस देश को तुम्हारी जरूरत नहीं है।’
राहुल को उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस बर्बाद हुई: गुलाम नबी आजाद
वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस छोड़ दी। उन्होंने पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसे उन्होंने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा। 3 पन्नों के इस्तीफे में उन्होंने लिखा- दुर्भाग्य से पार्टी में जब राहुल गांधी की एंट्री हुई और जनवरी 2013 में जब आपने उनको पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया, तब उन्होंने पार्टी के सलाहकार तंत्र को पूरी तरह से तबाह कर दिया।
आजाद यहीं नहीं रुके, कहा- राहुल की एंट्री के बाद सभी सीनियर और अनुभवी नेताओं को साइडलाइन कर दिया गया और गैरअनुभवी चापलूस लोगों का नया ग्रुप खड़ा हो गया और यही पार्टी को चलाने लगा।
गुलाम नबी आजाद पार्टी से अलग उस जी 23 समूह का भी हिस्सा थे, जो पार्टी में कई बड़े बदलावों की पैरवी करता है। उन तमाम गतिविधियों के बीच इस इस्तीफे ने गुलाम नबी आजाद और उनके कांग्रेस के साथ रिश्तों पर सवाल खड़ा कर दिया है। केंद्र ने इसी साल गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया है।
गुलाम नबी आजाद ने छोड़ी कांग्रेस
वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. आजाद ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा है.
बुधवार, 24 अगस्त 2022
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम🚩
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२४
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०७९
⛅ 🚩तिथि - द्वादशी सुबह08:30 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅दिनांक - 24 अगस्त 2022
⛅दिन - बुधवार
⛅शक संवत् - 1944
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - शरद
⛅मास - भाद्रपद
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - पुनर्वसु दोपहर 01:39 तक तत्पश्चात पुष्य
⛅योग - व्यतिपात रात्रि 01:25 तक तत्पश्चात वरीयान
⛅राहु काल - दोपहर 12:42 से 14:18 तक
⛅सूर्योदय - 06:19
⛅सूर्यास्त - 07:05
⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:49 से 05:34 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:20 से 01:05 तक
⛅व्रत पर्व विवरण -व्यतिपात योग, प्रदोष व्रत
⛅ विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) अथवा त्रयोदशी को बैगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹व्यतिपात योग🔹
🌹व्यतिपात योग 23 अगस्त रात्रि 12:39 से 24 अगस्त रात्रि 01:25 तक
🌹व्यतिपात योग में किया हुआ जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल १ लाख गुना होता है ।
🔹शरद ऋतु में कैसे करें स्वास्थ्य की रक्षा ?🔹
(शरद ऋतु: 23 अगस्त से 22 अक्टूबर 2022 तक)
🔹शरद ऋतु में ध्यान देने योग्य महत्त्वपूर्ण बातें :
🔹(1) रोगाणां शारदी माता । रोगों की माता है यह शरद ऋतु । वर्षा ऋतु में संचित पित्त इस ऋतु में प्रकुपित होता है । इसलिए शरद पूर्णिमा की चाँदनी में उस पित्त का शमन किया जाता है ।
🔹इस मौसम में खीर खानी चाहिए । खीर को भोजनों में ‘रसराज’ कहा गया है । सीता माता जब अशोक वाटिका में नजरकैद थी तो रावण का भेजा हुआ भोजन तो क्या खायेगी, तब इन्द्र देवता खीर भेजते थे और सीताजी वह खाती थी ।
🔹(2) इस ऋतु में दूध, घी, चावल, लौकी, पेठा, अंगूर, किशमिश, काली द्राक्ष तथा मौसम के अनुसार फल आदि स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं । गुलकंद खाने से भी पित्तशामक शक्ति पैदा होती है । रात को (सोने से कम-से-कम घंटाभर पहले) मीठा दूध घूँट-घूँट मुँह में बार-बार घुमाते हुए पियें । दिन में 7-8 गिलास पानी शरीर में जाय, यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा है ।
🔹(3) खट्टे, खारे, तीखे पदार्थ व भारी खुराक का त्याग करना बुद्धिमत्ता है । तली हुईं चीजें, अचारवाली खुराक, रात को देरी से खाना अथवा बासी खुराक खाना और देरी से सोना स्वास्थ्य के लिए खतरा है क्योंकि शरद ऋतु रोगों की माता है । कोई भी छोटा-मोटा रोग होगा तो इस ऋतु में भड़केगा इसलिए उसको बिठा दो ।
🔹(4) शरद ऋतु में कड़वा रस बहुत उपयोगी है । कभी करेला चबा लिया, कभी नीम के 10-12 पत्ते चबा लिये । यह कड़वा रस खाने में तो अच्छा नहीं लगता लेकिन भूख लगाता है और भोजन को पचा देता है ।
🔹(5) पाचन ठीक करने का एक मंत्र भी है :
अगस्त्यं कुम्भकर्णं च शनिं च वडवानलम् ।
आहारपरिपाकार्थं स्मरेद् भीमं च पंचमम् ।।
यह मंत्र पढ़ के पेट पर हाथ घुमाने से भी पाचनतंत्र ठीक रहता है ।
🔹(6) बार-बार मुँह चलाना (खाना) ठीक नहीं, दिन में दो बार भोजन करें । और वह सात्त्विक व सुपाच्य हो । भोजन शांत व प्रसन्न होकर करें । भगवन्नाम से आप्लावित (तर, नम) निगाह डालकर भोजन को प्रसाद बना के खायें ।
🔹(7) 50 साल के बाद स्वास्थ्य जरा नपा-तुला रहता है, रोगप्रतिकारक शक्ति दबी रहती है । इस समय नमक, शक्कर और घी-तेल पाचन की स्थिति पर ध्यान देते हुए नपा-तुला खायें, थोड़ा भी ज्यादा खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।
🔹(8) कइयों की आँखें जलती होंगी, लाल हो जाती होंगी । कइयों को सिरदर्द होता होगा, तो एक-एक घूँट पानी मुँह में लेकर अंदर गरारा (कुल्ला) करता रहे और चाँदी का बर्तन मिले अथवा जो भी मिल जाय, उसमें पानी भर के आँख डुबा के पटपटाता जाय । मुँह में दुबारा पानी भर के फिर दूसरी आँख डुबा के ऐसा करें । फिर इसे कुछ बार दोहराये । इससे आँखों व सिर की गर्मी निकलेगी । सिरदर्द और आँखों की जलन में आराम होगा व नेत्रज्योति में वृद्धि होगी ।
🔹(9) अगर स्वस्थ रहना है और सात्त्विक सुख लेना है तो सूर्योदय के पहले उठना न भूलें । आरोग्य और प्रसन्नता की कुंजि है सुबह-सुबह वायु-सेवन करना । सूरज की किरणें नहीं निकली हों और चन्द्रमा की किरणें शांत हो गयी हों उस समय वातावरण में सात्त्विकता का प्रभाव होता है । वैज्ञानिक भाषा में कहें तो इस समय ओजोन वायु खूब मात्रा में होती है और वातावरण में ऋणायनों का प्रमाण अधिक होता है । वह स्वास्थ्यप्रद होती है । सुबह के समय की जो हवा है वह मरीज को भी थोड़ी सांत्वना देती है ।
मंगलवार, 16 अगस्त 2022
🚩श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम🚩*
*
जय सत्य सनातन
*
युगाब्द-५१२४*
विक्रम संवत-२०७९*
तिथि - चतुर्थी रात्रि 09:01 तक तत्पश्चात पंचमी*
दिनांक - 15 अगस्त 2022*
दिन - सोमवार*
शक संवत् - 1944*
अयन - दक्षिणायन*
ऋतु - वर्षा*
मास - भाद्रपद*
पक्ष - कृष्ण*
नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद रात्रि 09:07 तक तत्पश्चात रेवती*
योग - धृति रात्रि 11:24 तक तत्पश्चात शूल*
राहु काल - सुबह 07:53 से 09:30 तक*
सूर्योदय - 06:16*
सूर्यास्त - 07:12*
दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:48 से 05:32 तक*
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:22 से 01:06 तक*
व्रत पर्व विवरण - स्वतंत्रता दिवस*
विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
'बुफे सिस्टम’ नहीं, भारतीय भोजन पद्धति है लाभप्रद*
आजकल सभी जगह शादी-पार्टियों में खड़े होकर भोजन करने का रिवाज चल पडा है लेकिन हमारे शास्त्र कहते हैं कि हमें नीचे बैठकर ही भोजन करना चाहिए । खड़े होकर भोजन करने से हानियाँ तथा पंगत में बैठकर भोजन करने से जो लाभ होते हैं वे निम्नानुसार हैं : *
*खड़े होकर भोजन करने से हानियाँ* 
(१) यह आदत असुरों की है । इसलिए इसे ‘राक्षसी भोजन पद्धति’ कहा जाता है ।*
*(२) इसमें पेट, पैर व आँतों पर तनाव पड़ता है, जिससे गैस, कब्ज, मंदाग्नि, अपचन जैसे अनेक उदर-विकार व घुटनों का दर्द, कमरदर्द आदि उत्पन्न होते हैं । कब्ज अधिकतर बीमारियों का मूल है ।*
*(३) इससे जठराग्नि मंद हो जाती है, जिससे अन्न का सम्यक् पाचन न होकर अजीर्णजन्य कई रोग उत्पन्न होते हैं ।*
*(४) इससे हृदय पर अतिरिक्त भार पड़ता है, जिससे हृदयरोगों की सम्भावनाएँ बढ़ती हैं ।*
*(५) पैरों में जूते-चप्पल होने से पैर गरम रहते हैं । इससे शरीर की पूरी गर्मी जठराग्नि को प्रदीप्त करने में नहीं लग पाती ।*
*(६) बार-बार कतार में लगने से बचने के लिए थाली में अधिक भोजन भर लिया जाता है, फिर या तो उसे जबरदस्ती ठूँस-ठूँसकर खाया जाता है जो अनेक रोगों का कारण बन जाता है अथवा अन्न का अपमान करते हुए फेंक दिया जाता है ।*
*(७) जिस पात्र में भोजन रखा जाता है, वह सदैव पवित्र होना चाहिए लेकिन इस परम्परा में जूठे हाथों के लगने से अन्न के पात्र अपवित्र हो जाते हैं । इससे खिलानेवाले के पुण्य नाश होते हैं और खानेवालों का मन भी खिन्न-उद्विग्न रहता है ।*
*(८) हो-हल्ले के वातावरण में खड़े होकर भोजन करने से बाद में थकान और उबान महसूस होती है । मन में भी वैसे ही शोर-शराबे के संस्कार भर जाते हैं ।*
*बैठकर (या पंगत में) भोजन करने से लाभ* 
*(१) इसे ‘दैवी भोजन पद्धति’ कहा जाता है ।*
*(२) इसमें पैर, पेट व आँतों की उचित स्थिति होने से उन पर तनाव नहीं पड़ता ।*
*(३) इससे जठराग्नि प्रदीप्त होती है, अन्न का पाचन सुलभता से होता है ।*
*(४) हृदय पर भार नहीं पड़ता ।*
*(५) आयुर्वेद के अनुसार भोजन करते समय पैर ठंडे रहने चाहिए । इससे जठराग्नि प्रदीप्त होने में मदद मिलती है । इसीलिए हमारे देश में भोजन करने से पहले हाथ-पैर धोने की परम्परा है ।*
*(६) पंगत में एक परोसनेवाला होता है, जिससे व्यक्ति अपनी जरूरत के अनुसार भोजन लेता है । उचित मात्रा में भोजन लेने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है व भोजन का भी अपमान नहीं होता ।*
*(७) भोजन परोसनेवाले अलग होते हैं, जिससे भोजनपात्रों को जूठे हाथ नहीं लगते । भोजन तो पवित्र रहता ही है, साथ ही खाने-खिलानेवाले दोनों का मन आनंदित रहता है ।*
*(८) शांतिपूर्वक पंगत में बैठकर भोजन करने से मन में शांति बनी रहती है, थकान-उबान भी महसूस नहीं होती ।* Limiting the Gandhi Family's Role
India's political system is democratic, with no constitutional bar on family involvement in politics. However, the Gandhi family's d...
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धर्मपरिवर्तन का बनाया दबाव कानपुर में बजरिया निवासी युवक ने धर्म छिपाकर छात्रा से दोस्ती की। फिर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसके बा...


