31 दिसंबर को चीन में इस वायरस का पता चला। वुहान के सीफूड मार्केट से यह वायरस फैला था। इसके बाद मार्केट को बंद कर दिया गया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, कोरोना वायरस भी सार्स जितना खतरनाक है। सार्स ने 2002 में चीन को अपनी चपेट में लिया था। इससे 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर मार्क वूलहाउस का कहना है कि इसके लक्षण सर्दी और जुकाम जैसे नहीं हैं और यही इसकी पहचान में परेशानी की बात है।
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