मंगलवार, 31 अगस्त 2021
भागवत का आयोजन
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम🚩
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - नवमी 31 सितम्बर प्रातः 04:23 तक तत्पश्चात दशमी
⛅ दिनांक 31 अगस्त 2021
⛅ दिन - मंगलवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - रोहिणी सुबह 09:44 तक तत्पश्चात मॄगशिरा
⛅ योग - हर्षण सुबह 08:49 तक तत्पश्चात वज्र
⛅ राहुकाल - शाम 03:47 से शाम 05:21 तक
⛅ सूर्योदय - 06:23
⛅ सूर्यास्त - 18:54
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - नंद महोत्सव, गोगा नवमी, मंगलागौरी पूजन
💥 विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 बरकत लाने की सरल कुंजियाँ 🌷
💰 बाजार भाव अचानक बढ़ने-घटने से, मंदी की वजह से या अन्य कारणों से कईयों का धंधा बढ़ नहीं पाता | ऐसे में आपके काम-धंधे में भी बरकत का खयाल रखते हुए कुछ सरल उपाय प्रस्तुत कर रही है |
➡ १] ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने व पूजा- स्थान पर गंगाजल रखने से बरकत होती है |
➡ २] दुकान में बिक्री कम होती हो तो कनेर का फूल घिस के उसका ललाट पर तिलक करके दुकान पर जायें तो ग्राहकी बढ़ेगी |
➡ ३] रोज भोजन से पूर्व गोग्रास निकालकर गाय को खिलाने से सुख-समृद्धि व मान-सम्मान की वृद्धि होती है |
➡ ४] ईमानदारी से व्यवहार करें | ईमानदारी से उपार्जित किया हुआ धन स्थायी रहता है |
👉🏻 १] कइयों को सिर में दर्द रहता है तो क्या करें ? - देशी गाय के घी में कपूर घिस के माथे पर थोडा लगा लें व जरा सूँघे तो पित्तजन्य सिरदर्द छू !
👉🏻 २] जिन बच्चों को सर्दी हो जाती है, नाक बहती रहती है – उन्हें सुबह खाली पेट थोडा गुनगुना पानी पिलाओ दो–पाँच–दस दिन | नाक बहने की तकलीफ, सर्दी, खाँसी भाग जायेगी |
👉🏻 दूसरा भी उपाय है – १० ग्राम लहसुन कूट के उसकी चटनी बना लों और उसमें ५० ग्राम शहद मिला दो | इसे सर्दियों में या ऋतू-परिवर्तन के दिनों में जब खाँसी आये या नाक बहे, बच्चों की भूख कम हो जाय तो बालक की उम्र के हिसाब से एक-दो ग्राम से लेकर पाँच – सात – दस ग्राम तक चटायें | इससे भूख खुलकर लगेगी, सर्दी भाग जायेगी, नाक बहना भी ठीक हो जायेगा |
🌷 ग्रहदोष व ग्रहबाधा निवारण हेतु 🌷
卐 ग्रहदोष और ग्रहबाधा जिनको भी लगी हो, वे अपने घर में ९ अंगुल लम्बा कुमकुम का स्वस्तिक बना दें तो ग्रहबाधा की जो भी समस्याएँ हैं, दूर हो जायेंगी |
सोमवार, 30 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ -🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - अष्टमी 31अगस्त रात्रि 01:59 तक तत्पश्चात नवमी
⛅ दिनांक 30 अगस्त 2021
⛅ दिन - सोमवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शरद
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र -कृत्तिका सुबह 06:39 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅ योग -व्याघात सुबह 07:47 तक तत्पश्चात हर्षण
⛅ राहुकाल - सुबह 07:56 से सुबह 09:30 तक
⛅ सूर्योदय - 06:22
⛅ सूर्यास्त - 18:55
⛅ दिशाशूल -पूर्ब दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण -जनमाष्टमी
💥 विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 जन्माष्टमी व्रत की महिमा 🌷
➡ १] भगवान श्रीकृष्ण युधिष्ठिरजी को कहते हैं : “२० करोड़ एकादशी व्रतों के समान अकेला श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत हैं |”
➡ २] धर्मराज सावित्री से कहते हैं : “ भारतवर्ष में रहनेवाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है वह १०० जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है |”
🌷 श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी 🌷
🌹 ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार
भारतवर्ष में रहने वाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है, वह सौ जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है। इसमें संशय नहीं है। वह दीर्घकाल तक वैकुण्ठलोक में आनन्द भोगता है। फिर उत्तम योनि में जन्म लेने पर उसे भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भक्ति उत्पन्न हो जाती है-यह निश्चित है।
🌹 अग्निपुराण के अनुसार
इस तिथिको उपवास करने से मनुष्य सात जन्मों के किये हुए पापों से मुक्त हो जाता हैं | अतएव भाद्रपद के कृष्णपक्ष की अष्टमी को उपवास रखकर भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करना चाहिये | यह भोग और मोक्ष प्रदान करनेवाला हैं।
🌹 भविष्यपुराण के अनुसार
कृष्ण जन्माष्टमी व्रत जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है।
🌹 स्कन्दपुराण के अनुसार
जो व्यक्ति कृष्ण जन्माष्टमी व्रत नहीं करता, वह जंगल में सर्प और व्याघ्र होता है।
🌷 चार रात्रियाँ विशेष पुण्य प्रदान करनेवाली हैं
🌹 १ )दिवाली की रात २) महाशिवरात्रि की रात ३) होली की रात और ४) कृष्ण जन्माष्टमी की रात इन विशेष रात्रियों का जप, तप , जागरण बहुत बहुत पुण्य प्रदायक है |
🌹 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात्रि को मोहरात्रि कहा जाता है। इस रात में योगेश्वर श्रीकृष्ण का ध्यान,नाम अथवा मन्त्र जपते हुए जागने से संसार की मोह-माया से मुक्ति मिलती है। जन्माष्टमी का व्रत व्रतराज है। इस व्रत का पालन करना चाहिए।
(शिवपुराण, कोटिरूद्र संहिता अ. 37)
शुक्रवार, 27 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम🚩
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - पंचमी शाम 06:48 तक तत्पश्चात षष्ठी
⛅ दिनांक 27 अगस्त 2021
⛅ दिन -शुक्रवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - अश्विनी रात्रि 12:48 तक तत्पश्चात भरणी
⛅ योग - वृद्धि 28 अगस्त प्रातः 05:55 तक तत्पश्चात धुव
⛅ राहुकाल - प्रातः 11:05 से दोपहर 12:40 तक
⛅ सूर्योदय - 06:21
⛅ सूर्यास्त - 06:59
⛅ दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - नाग पंचमी (राजस्थान की परंपरा के अनुसार), रक्षा पंचमी (ओडिशा), माधव देव तिथि (असम)
💥 विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 जन्माष्टमी 🌷
🌹 ज्योतिष के अनुसार, अगर इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय किए जाएं तो माता लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। ये उपाय करने से मनोकामना की पूर्ति व धन प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं।
➡ ये हैं जन्माष्टमी के अचूक 12 उपाय, 1 भी करेंगे तो होगा फायदा
1⃣ आमदनी नहीं बढ़ रही है या नौकरी में प्रमोशन नहीं हो रहा है तो जन्माष्टमी पर 7 कन्याओं को घर बुलाकर खीर या सफेद मिठाई खिलाएं। इसके बाद लगातार पांच शुक्रवार तक सात कन्याओं को खीर या सफेद मिठाई बांटें।
2⃣ जन्माष्टमी से शुरु कर 27 दिन लगातार नारियल व बादाम किसी कृष्ण मंदिर में चढ़ाने से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती है।
3⃣ यदि पैसे की समस्या चल रही हो तो जन्माष्टमी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद राधाकृष्ण मंदिर जाकर दर्शन करें व पीले फूलों की माला अर्पित करें। इससे आपकी परेशानी कम हो सकती है।
4⃣ सुख-समृद्धि पाने के लिए जन्माष्टमी पर पीले चंदन या केसर से गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका अथवा बिंदी लगाएं। ऐसा रोज करें। इस उपाय से मन को शांति प्राप्ति होगी और जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बनेंगे।
5⃣ लक्ष्मी कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर कहीं केले के पौधे लगा दें। बाद में उनकी नियमित देखभाल करते रहे। जब पौधे फल देने लगे तो इसका दान करें, स्वयं न खाएं।
6⃣ जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता भेंट करें और उसके बाद इस पत्ते पर रोली (कुमकुम) से श्री यंत्र लिखकर तिजोरी में रख लें। इस उपाय से धन वृद्धि के योग बन सकते हैं।
7⃣ जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं।इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें। इससे भगवान श्रीकृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।
8⃣ जन्माष्टमी पर दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें। इस उपाय से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। ये उपाय करने वाले की हर इच्छा पूरी हो सकती है।
9⃣ कृष्ण मंदिर जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र की 11 माला जप करें। इस उपाय से आपकी हर समस्या का समाधान हो सकताहै।
मंत्र- क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि:परमात्मने प्रणत:क्लेशनाशाय गोविंदय नमो नम:
🔟 भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबर धारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। जन्माष्टमी पर पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से भगवान श्रीकृष्ण व माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं।
1⃣1⃣ जन्माष्टमी की रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें तो जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बनाते हैं।
1⃣2⃣ जन्माष्टमी को शाम के समय तुलसी को गाय के घी का दीपक लगाएं और ॐ वासुदेवाय नम: मंत्र बोलते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें।
🌷 जन्माष्टमी व्रत-उपवास की महिमा 🌷
➡ 30 अगस्त 2021 सोमवार को जन्माष्टमी
🌹 जन्माष्टमी का व्रत रखना चाहिए, बड़ा लाभ होता है ।इससे सात जन्मों के पाप-ताप मिटते हैं ।
🌹 जन्माष्टमी एक तो उत्सव है, दूसरा महान पर्व है, तीसरा महान व्रत-उपवास और पावन दिन भी है।
🌹 ‘वायु पुराण’ में और कई ग्रंथों में जन्माष्टमी के दिन की महिमा लिखी है। ‘जो जन्माष्टमी की रात्रि को उत्सव के पहले अन्न खाता है, भोजन कर लेता है वह नराधम है’ - ऐसा भी लिखा है, और जो उपवास करता है, जप-ध्यान करके उत्सव मना के फिर खाता है, वह अपने कुल की 21 पीढ़ियाँ तार लेता है और वह मनुष्य परमात्मा को साकार रूप में अथवा निराकार तत्त्व में पाने में सक्षमता की तरफ बहुत आगे बढ़ जाता है । इसका मतलब यह नहीं कि व्रत की महिमा सुनकर मधुमेह वाले या कमजोर लोग भी पूरा व्रत रखें ।
💥 बालक, अति कमजोर तथा बूढ़े लोग अनुकूलता के अनुसार थोड़ा फल आदि खायें ।
🌹 जन्माष्टमी के दिन किया हुआ जप अनंत गुना फल देता है ।
🌹 उसमें भी जन्माष्टमी की पूरी रात जागरण करके जप-ध्यान का विशेष महत्त्व है। जिसको क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र का और अपने गुरु मंत्र का थोड़ा जप करने को भी मिल जाय, उसके त्रिताप नष्ट होने में देर नहीं लगती ।
🌹 ‘भविष्य पुराण’ के अनुसार जन्माष्टमी का व्रत संसार में सुख-शांति और प्राणीवर्ग को रोगरहित जीवन देनेवाला, अकाल मृत्यु को टालनेवाला, गर्भपात के कष्टों से बचानेवाला तथा दुर्भाग्य और कलह को दूर भगानेवाला होता है।
गुरुवार, 26 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩 *सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - चतुर्थी शाम 05:13 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅ दिनांक 26 अगस्त 2021
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - रेवती रात्रि 10:29 तक तत्पश्चात अश्विनी
⛅ योग - गण्ड 27 अगस्त प्रातः 05:26 तक तत्पश्चात वृद्धि
⛅ राहुकाल - दोपहर 02:15 से शाम 03:50 तक
⛅ सूर्योदय - 06:21
⛅ सूर्यास्त - 18:58
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण -
🌷 जन्माष्टमी 🌷
➡ 30 अगस्त 2021 सोमवार को जन्माष्टमी है ।
🌹 भारतवर्ष में रहनेवाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है, वह सौ जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है | - ब्रह्मवैवर्त पुराण
🌷 गर्भवती देवी के लिये–जन्माष्टमी व्रत 🌷
👩🏻 जो गर्भवती देवी जन्माष्टमी का व्रत करती हैं..... उसका गर्भ ठीक से पेट में रह सकता है और ठीक समय जन्म होता है..... ऐसा भविष्यपुराण में लिखा है |
🌷 हजार एकादशी का फल देनेवाला व्रत 🌷
🌹 जन्माष्टमी के दिन किया हुआ जप अनंत गुना फल देता है । उसमें भी जन्माष्टमी की पूरी रात, जागरण करके जप-ध्यान का विशेष महत्व है ।
🌹 भविष्य पुराण में लिखा है कि जन्माष्टमी का व्रत अकाल मृत्यु नहीं होने देता है । जो जन्माष्टमी का व्रत करते हैं, उनके घर में गर्भपात नहीं होता ।
🌹 एकादशी का व्रत हजारों - लाखों पाप नष्ट करनेवाला अदभुत ईश्वरीय वरदान है लेकिन एक जन्माष्टमी का व्रत हजार एकादशी व्रत रखने के पुण्य की बराबरी का है ।
🌹 एकादशी के दिन जो संयम होता है उससे ज्यादा संयम जन्माष्टमी को होना चाहिए ।
बाजारु वस्तु तो वैसे भी साधक के लिए विष है लेकिन जन्माष्टमी के दिन तो चटोरापन, चाय, नाश्ता या इधर - उधर का कचरा अपने मुख में न डालें ।
🌹 इस दिन तो उपवास का आत्मिक अमृत पान करें ।अन्न, जल, तो रोज खाते - पीते रहते हैं, अब परमात्मा का रस ही पियें । अपने अहं को खाकर समाप्त कर दें।
बुधवार, 25 अगस्त 2021
मंगलवार, 24 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ --🌥️----🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - द्वितीया शाम 04:04 तक तत्पश्चात तृतीया
⛅ दिनांक 24 अगस्त 2021
⛅ दिन - मंगलवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शरद
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद रात्रि 07:48 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
⛅ योग - सुकर्मा सुबह 07:00 तक तत्पश्चात धृती
⛅ राहुकाल - शाम 03:51 से शाम 05:26 तक
⛅ सूर्योदय - 06:21
⛅ सूर्यास्त - 19:00
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - मंगलागौरी पूजन
💥 विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 कजरी तीज 🌷
🌹 भाद्रपद मास के तीसरे दिन यानी भाद्रपद कृष्ण तृतीया तिथि (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार श्रावण मास तृतीया तिथि) इस बार (25 अगस्त, बुधवार) विशेष फलदायी होती है, क्योंकि यह तिथि माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन भगवान शंकर तथा माता पार्वती के मंदिर में जाकर उन्हें भोग लगाने तथा विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है। इस दिन कजरी तीज का उत्सव भी मनाया जाता है। कजरी तीज को सतवा तीज भी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को फूल-पत्तों से सजे झूले में झुलाया जाता है। चारों तरफ लोक गीतों की गूंज सुनाई देती है।
🌹 कई जगह झूले बांधे जाते हैं और मेले लगाए जाते हैं। नवविवाहिताएं जब विवाह के बाद पहली बार पिता के घर आती हैं तो तीन बातों के तजने (त्यागने) का प्रण लेती है- पति से छल कपट, झूठ और दुर्व्यवहार और दूसरे की निंदा। मान्यता है कि विरहाग्नि में तप कर गौरी इसी दिन शिव से मिली थी। इस दिन पार्वती की सवारी निकालने की भी परम्परा है। व्रत में 16 सूत का धागा बना कर उसमें 16 गांठ लगा कर उसके बीच मिट्टी से गौरी की प्रतिमा बना कर स्थापित की जाती है तथा विधि-विधान से पूजा की जाती है।
🌷 विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए 🌷
👉 25 अगस्त 2021 बुधवार को संकष्ट चतुर्थी है (चन्द्रोदय रात्रि 09:10)
🌹 शिव पुराण में आता हैं कि हर महिने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :
🌷 ॐ गं गणपते नमः ।
🌷 ॐ सोमाय नमः ।
🌷 चतुर्थी तिथि विशेष 🌷
चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणेशजी हैं।
📆 हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।
🌹 पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।
🌹 शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥
➡ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।
शनिवार, 21 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - चतुर्दशी शाम 07:00 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
⛅ दिनांक 21 अगस्त 2021
⛅ दिन - शनिवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - श्रवण रात्रि 08:22 तक तत्पश्चात धनिष्ठा
⛅ योग - सौभाग्य दोपहर 12:55 तक तत्पश्चात शोभन
⛅ राहुकाल - सुबह 09:30 से से सुबह 11:06 तक
⛅ सूर्योदय - 06:19
⛅ सूर्यास्त - 19:02
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - व्रत पूर्णिमा, नारियली पूर्णिमा, ऋक् श्रावणी
💥 विशेष - चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌷 विद्यार्थी विशेष 🌷
👧🏻 विद्यार्थी पढ़ने में ज्यादा कमजोर हो तो |.. पढ़ नहीं सकता तो उसको सिखा दें ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम : ॐ हयग्रीवाय नम :अपने आराध्य को स्मरण करके जप करें |
🌹 भगवान विष्णु के चौबीस अवतार थे उसमे हयग्रीव अवतार हैं | ये अग्निपुराण में अग्निदेव वशिष्ठ से कहते हैं |
💥 विशेष - 22 अगस्त 2021 रविवार को हयग्रीव जयंती हैं ।
🌷 रक्षाबंधन के दिन 🌷
➡ 22 अगस्त 2021 रविवार को रक्षाबंधन है ।
🌹 यदि आप भी इस रक्षाबंधन पर धन व व्यापार से जुड़ी सभी परेशानियां खत्म करना चाहते हैं तो अपनाएं ये ज्योतिष शास्त्र के आसान उपाय...
➡ रक्षाबंधन पर करें इन 10 में से कोई 1 काम, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
👉🏻 व्यापार वृद्धि के लिए
रक्षाबंधन के दिन महालक्ष्मी मंदिर में या घर पर ही देवी लक्ष्मी का पूजन कर दूध, चावल, केला व पंच मेवा से बनी खीर देवी को अर्पण करें व बालकों में प्रसाद बांटे।
👉🏻 शत्रु ज्यादा परेशान कर रहे हों तो
शत्रु परेशान कर रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाकर, गुड़ का भोग लगाएं व गुलाब के फूल चढ़ाएं । इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
👉🏻 दरिद्रता दूर करने के लिए
कोई भी ऐसा पौधा जो वटवृक्ष के नीचे उगा हुआ हो, राखी के दिन उसे अपने घर के किसी गमले में लाकर लगा लें। ऐसा करने से दरिद्रता दुर होती है और घर में स्थाई लक्ष्मी का निवास होता है।
👉🏻 पैसा वापस न मिल रहा हो तो
किसी ने आपसे पैसा उधार लिया हो और वापस न लौटा रहा हो तो रक्षाबंधन के दिन सूखे कपूर का काजल बनाकर एक कागज पर उसका नाम इस काजल से लिखकर एक भारी पत्थर से दबा दें।पैसा बहुत जल्दी वापस मिल जाएगा।
👉🏻 बीमार रहते हों तो
यदि आप अक्सर बीमार रहते हैं तो रात को एक सिक्का सिरहाने रखें और सुबह उस सिक्के को श्मशान में बाहर से फेंक आएं।ये बीमारी की समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी।
👉🏻 व्यापार में सफलता न मिल रही हो तो
यदि आप व्यापार में लगातार असफल हो रहे हों तो रक्षाबंधन के दिन दोपहर में पांच कागजी नींबू, एक मुट्ठी काली मिर्च व एक मुट्ठी पीली सरसों के साथ रख दें।अगले दिन सुबह इन सभी चीजों को किसी समसान स्थान पर गाड़ दें।
👉🏻 ऋण मुक्ति के लिए
रक्षाबंधन के दिन गेहूँ के आटे में गुड़ मिलाकर पुए बनाएं और किसी हनुमान मंदिर में जाकर चढ़ाएं और गरीबों में बाँट दें।कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी।
👉🏻 धन-समृद्धि के लिए
अगर आप अपार धन-समृद्धि चाहते हैं, तो रक्षाबंधन के दिन लाल रंग के मिट्टी के घड़े में नारियल रखकर उस पर लाल कपड़ा ढ़ककर झोली बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
👉🏻 आर्थिक काम में असफलता मिल रही हो तो
सरसों के तेल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पुए, सात मदार (आक) के फूल, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का दीपक, पत्तल या अरंडी के पत्ते पर रखकर रक्षाबंधन की रात में किसी चौराहे पर रख कर कहें - हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यही छोड़े जा रहा हूं कृपा करके मेरा पीछा ना करना।
👉🏻 कार्य सिद्धि के लिए
रक्षाबंधन के दिन गणेशजी के चित्र के सामने लौंग व सुपारी रखें।जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो इस लौंग और सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा।
शुक्रवार, 20 अगस्त 2021
हाईटेंशन लाइन शिफ्ट करने की मांग
नोएडा। फेडरेशन ऑफ नोएडा इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तरुण भारद्वाज ने विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर जी ब्लॉक सेक्टर 9 में फैक्ट्रियों से 1 फीट की दूरी से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन शिफ्ट करने की मांग की है ।
उन्होंने लिखा कि फ़ैक्टरिओ के इतने समीप होने के कारण कई बार हादसे हो चुके हैं और भविष्य में भी हादसे हो सकते हैं तथा इस संबंध में पहले भी कई बार विभाग को ले चुके हैं लेकिन अभी तक विद्युत विभाग ने लाइन शिफ्ट नहीं की है ।
मनमोहन को काले झंडे दिखाने वाले बने हुए हैं प्रियंका के सलाहकार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व प्रधानमंत्री को कभी काले झंडे दिखाने वाला एक शख्स उत्तर प्रदेश कांग्रेस में बतौर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के मुख्य सलाहकार के तौर पर तैनात है . ऐसा लगता है कि यह चुनाव में कांग्रेस पार्टी का बेड़ा गर्क करने के लिए ही पार्टी में आए हैं .
यह चर्चा कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं के बीच नहीं बल्कि 24 अकबर रोड पर हो रही है कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व् कांग्रेस के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 2005 में जेएनयू के गेट पर काले झंडे दिखाने वाले इस वामपंथी विचारधारा के व्यक्ति को कैसे कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपना प्रतिनिधि बनाकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस में रोपा हुआ है . पूरे प्रदेश में इस शख्स की कार्यशैली से कोई भी कांग्रेसी कार्यकर्ता अथवा पदाधिकारी खुश नहीं है और ना ही इनका कोई प्रभाव प्रदेश में दिखाई दे रहा है.
वहीं कुछ कार्यकर्ता तो यहां तक कहते हैं कि इन्होने कार्यालय को अय्याशी का अड्डा बना दिया है. जो भी हो यह देखने का काम आलाकमान का है . वैसे भी पार्टी प्रदेश में बेहाल है और 2022 में भी कोई चमत्कार की उम्मीद प्रियंका गांधी के नेतृत्व में होने वाली नहीं है.
नारायण नारायण !
गुरुवार, 19 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - द्वादशी रात्रि 10:54 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅ दिनांक 19 अगस्त 2021
⛅ दिन - गुरुवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढा रात्रि 10:42 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा
⛅ योग - प्रीति शाम 06:18 तक तत्पश्चात आयुष्मान्
⛅ राहुकाल - दोपहर 02:18 से शाम 03:54 तक
⛅ सूर्योदय - 06:19
⛅ सूर्यास्त - 19:04
⛅ दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - प्रवित्रा-दामोदर द्वादशी
💥 विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 रक्षाबंधन 🌷
🌹 22 अगस्त 2021 रविवार को रक्षाबंधन है ।
➡ सर्वरोगोपशमनं सर्वाशुभविनाशनम् ।
सकृत्कृते नाब्दमेकं येन रक्षा कृता भवेत् ।।
🌹 इस पर्व पर धारण किया हुआ रक्षासूत्र सम्पूर्ण रोगों तथा अशुभ कार्यों का विनाशक है ।इसे वर्ष में एक बार धारण करने से वर्षभर मनुष्य रक्षति हो जाता हैं ।(भविष्य पुराण)
🌷 प्रदोष व्रत 🌷
🌹 हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 20 अगस्त, शुक्रवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…
👉🏻 ऐसे करें व्रत व पूजा
🌹 - प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।
🌹 - इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।
🌹 - पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।
🌹 - भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।
🌹 - भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
👉🏻 ये उपाय करें
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।
🌷 मनु स्मृति 🌷
🌹 भाई और बहन के लिए रक्षाबंधन (22 अगस्त, रविवार) एक महापर्व की तरह है। रक्षाबंधन भाई और बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भाई अपनी बहन को प्यार के साथ-साथ कई तरह के उपहार भी देता है। मनु स्मृति में तीन ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जो घर की महिलाओं को देने से घर में शांति और उन्नति बनी रहती है।
🌷 श्लोक-
यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमन्ते तत्र देवताः।
➡ मनु स्मृति: बहन को जरूर दें ये 3 चीजें, हर काम में मिलेगी सफलता, होंगे लाभ
1⃣ वस्त्र
वस्त्र यानी कपड़े। सजना-सवरना, श्रृंगार करना ये सब महिलाओं को सबसे प्रिय होता है। मनुस्मृति के अनुसार, जिस घर के पुरुष अपनी पत्नी, माता या बहन को अच्छे वस्त्र प्रदान करते हैं, उस घर पर भगवान हमेशा प्रसन्न रहते हैं। ऐसे घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है और सभी कामों में सफलता मिलती है। स्त्री को घर की लक्ष्मी माना जाता है, अगर महिलाएं गंदे या मैले कपड़े पहन कर रहती हैं या घर के पुरुष अपनी पत्नी, मां या बहन को समय-समय पर अच्छे वस्त्र नहीं प्रदान करते तो ऐसे घर पर लक्ष्मी रूठ जाती है।
2⃣ आभूषण
आभूषण यानी गहने। गहने महिलाओं की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है। जिस घर की महिलाएं खुश रहती हैं, वहां देवताओं का निवास माना जाता है। हर मनुष्य को अपने घर की महिलाओं को सुंदर गहने उपहार में देना चाहिए। जिस घर की महिलाएं अच्छे कपड़े और गहनों से श्रृंगार करती है, वहां कभी दरिद्रता नहीं रहती। ऐसे घर में हमेशा खुशहाली और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है ।
3⃣ मधुर वचन
महिलाओं को पूजनीय माना जाता है। कई ग्रंथों और पुराणों में महिलाओं का सम्मान करने की बात कही गई है। मनुस्मृति के अनुसार, जिस घर में महिलाओं से बुरी तरह से बात की जाती है या उनका सम्मान नहीं किया जाता, ऐसे घर में भगवान भी नहीं रहते। स्त्रियों का सम्मान न करने वाले मनुष्य को हर समय किसी न किसी परेशानी का सामान करना ही पड़ता है। इसलिए मनुष्य को हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और अपने घर की स्त्रियों के साथ हर समय प्रेम और आदर से ही व्यवहार करना चाहिए।
बुधवार, 18 अगस्त 2021
श्री शारदा सर्वज्ञ पीठम
🚩जय सत्य सनातन🚩
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२३
🌥️ 🚩सप्तर्षि संवत-५०९७ *🌥️ *🚩विक्रम संवत-२०७८
⛅ 🚩तिथि - एकादशी रात्रि 01:05 तक तत्पश्चात द्वादशी
⛅ दिनांक 18 अगस्त 2021
⛅ दिन - बुधवार
⛅ शक संवत - 1943
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - मूल रात्रि 12:07 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
⛅ योग - विष्कम्भ रात्रि 09:10 तक तत्पश्चात प्रीति
⛅ राहुकाल - दोपहर 12:42 से दोपहर 02:18 तक
⛅ सूर्योदय - 06:19
⛅ सूर्यास्त - 19:09
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - पुत्रदा - पवित्रा एकादशी
💥 विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
💥 आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
💥 एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
💥 एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
💥 जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
🌷 पुत्रदा एकादशी 🌷
➡ 18 अगस्त 2021 बुधवार को प्रातः 03:21 से रात्रि 01:05 तक (यानी 18 अगस्त, बुधवार को पूरा दिन ) एकादशी है ।
💥 विशेष - 18 अगस्त, बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।
🌹 पुत्रदा एकादशी ( पुत्र की इच्छा से इसका व्रत करनेवाला पुत्र पाकर स्वर्ग का अधिकारी भी हो जाता है |)
🌷 वैदिक रक्षा-सूत्र ( रक्षाबंधन) 🌷
🌹 वैदिक रक्षाबंधन - प्रतिवर्ष श्रावणी-पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार होता है, इस बार 22 अगस्त 2021 रविवार के दिन है। इस दिन बहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं । यह रक्षा सूत्र यदि वैदिक रीति से बनाई जाए तो शास्त्रों में उसका बड़ा महत्व है ।
🌷 वैदिक रक्षा सूत्र बनाने की विधि 🌷
🌹 इसके लिए ५ वस्तुओं की आवश्यकता होती है -
(१) दूर्वा (घास) (२) अक्षत (चावल) (३) केसर (४) चन्दन (५) सरसों के दाने ।
🌹 इन ५ वस्तुओं को रेशम के कपड़े में लेकर उसे बांध दें या सिलाई कर दें, फिर उसे कलावा में पिरो दें, इस प्रकार वैदिक राखी तैयार हो जाएगी ।
🌷 इन पांच वस्तुओं का महत्त्व 🌷
➡ (१) दूर्वा - जिस प्रकार दूर्वा का एक अंकुर बो देने पर तेज़ी से फैलता है और हज़ारों की संख्या में उग जाता है, उसी प्रकार मेरे भाई का वंश और उसमे सदगुणों का विकास तेज़ी से हो । सदाचार, मन की पवित्रता तीव्रता से बढ़ता जाए । दूर्वा गणेश जी को प्रिय है अर्थात हम जिसे राखी बाँध रहे हैं, उनके जीवन में विघ्नों का नाश हो जाए ।
➡ (२) अक्षत - हमारी गुरुदेव के प्रति श्रद्धा कभी क्षत-विक्षत ना हो सदा अक्षत रहे ।
➡ (३) केसर - केसर की प्रकृति तेज़ होती है अर्थात हम जिसे राखी बाँध रहे हैं, वह तेजस्वी हो । उनके जीवन में आध्यात्मिकता का तेज, भक्ति का तेज कभी कम ना हो ।
➡ (४) चन्दन - चन्दन की प्रकृति तेज होती है और यह सुगंध देता है । उसी प्रकार उनके जीवन में शीतलता बनी रहे, कभी मानसिक तनाव ना हो । साथ ही उनके जीवन में परोपकार, सदाचार और संयम की सुगंध फैलती रहे ।
➡ (५) सरसों के दाने - सरसों की प्रकृति तीक्ष्ण होती है अर्थात इससे यह संकेत मिलता है कि समाज के दुर्गुणों को, कंटकों को समाप्त करने में हम तीक्ष्ण बनें ।
🌹 इस प्रकार इन पांच वस्तुओं से बनी हुई एक राखी को सर्वप्रथम गुरुदेव के श्री-चित्र पर अर्पित करें । फिर बहनें अपने भाई को, माता अपने बच्चों को, दादी अपने पोते को शुभ संकल्प करके बांधे ।
🌹 महाभारत में यह रक्षा सूत्र माता कुंती ने अपने पोते अभिमन्यु को बाँधी थी । जब तक यह धागा अभिमन्यु के हाथ में था तब तक उसकी रक्षा हुई, धागा टूटने पर अभिमन्यु की मृत्यु हुई ।
🌹 इस प्रकार इन पांच वस्तुओं से बनी हुई वैदिक राखी को शास्त्रोक्त नियमानुसार बांधते हैं हम पुत्र-पौत्र एवं बंधुजनों सहित वर्ष भर सुखी रहते हैं ।
🌷 रक्षा सूत्र बांधते समय ये श्लोक बोलें 🌷
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः ।
तेन त्वाम रक्ष बध्नामि, रक्षे माचल माचल: ।
शुक्रवार, 13 अगस्त 2021
गुरुवार, 12 अगस्त 2021
बुधवार, 11 अगस्त 2021
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