सोमवार, 25 मार्च 2019

आत्मविश्वास कैसे बढाएं

आत्मविश्वास से आशय “स्वंय पर विश्वास एंव नियंत्रण” (Believe in Yourself) से है | हमारे जीवन में आत्मविश्वास (Self Confidence) का होना उतना ही आवश्यक है जितना किसी फूल (Flower) में खुशबू (सुगंध) का होना| आत्मविश्वास (Self Confidence) के बगैर हमारी जिंदगी (Life) एक जिन्दा लाश के समान हो जाती है| कोई भी व्यक्ति कितना भी प्रतिभाशाली (Intelligent) क्यों न हो वह आत्मविश्वास के बिना कुछ नहीं कर सकता| आत्मविश्वास ही सफलता (Success) की नींव है, आत्मविश्वास की कमी के कारण व्यक्ति अपने द्वारा किये गए कार्य पर संदेह करता है और नकारात्मक विचारों (Negative Thoughts) के जाल में फंस जाता है| आत्मविश्वास (Self Confidence) उसी व्यक्ति के पास होता है जो स्वंय से संतुष्ट होता है एंव जिसके पास दृड़ निश्चय, मेहनत (Hard work), लगन (Focused), साहस (Fearless ) , वचनबद्धता (Commitment) आदि संस्कारों (Sanskar) की सम्पति होती है|



1. स्वंय पर विश्वास रखें (Believe in Yourself), लक्ष्य बनायें (Make SMART goals) एंव उन्हें पूरा करने के लिए वचनबद्ध रहें| जब आप अपने द्वारा बनाये गए लक्ष्य (Goals) को पूरा करते है तो यह आपके आत्मविश्वास (Self Confidence) को कई गुना बढ़ा देता है|


2. ऐसे लक्ष्य (S.M.A.R.T. Goal) बनाएँ जिसे आप प्राप्त कर सकें (Achievable and Realistic Goals)| क्योंकि जब आप ऐसे लक्ष्य (TARGET) बनाते है जिसे आप पूरा नहीं कर सकते तो यह आपके self confidence (Aatmvishwash) को गिरा देते है और आपका स्वंय पर विश्वास कम हो जाता है | लक्ष्य S.M.A.R.T. होना चाहिए


3. खुश रहें (Be Happy), खुद को प्रेरित करें (Motivate Yourself), असफलता (Failure) से दुखी न होकर उससे सीख लें क्योंकि “experience हमेशा bad experience से ही आता है”


4. हमेशा आसान काम पहले करें और मुश्किल काम बाद में| क्योंकि जब आप पहले आसान कार्य अच्छे से कर लेते है तो दबाव कम हो जाता है और confidence बढ़ता है जिससे मुश्किल कार्य भी आसान बन जाता है|


5. सकारात्मक सोचें (Think Positive) , विनम्र रहें एंव दिन की शुरुआत किसी अच्छे कार्य से करें (starting the day with a positive attitude)|


6. इस दुनिया में नामुनकिन कुछ भी नहीं है – Nothing is Impossible in this world| आत्मविश्वास का सबसे बड़ा दुशमन किसी भी कार्य को करने में असफलता होने का “डर” (Fear of Failure) है एंव डर को हटाना है तो वह कार्य अवश्य करें जिसमें आपको डर लगता है| – Darr ke aage jeet hai


7. आप यह मत सोचिये कि लोग आपके बारे में क्या सोचेंगे :- “सबसे बड़ा यही रोग क्या कहेंगे लोग (Sabse bada rog kya kahenge log)| ज्यादातर लोग कोई भी कार्य करने से पहले कई बार यह सोचते है की वह कार्य करने से लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे या क्या कहेंगे और इसलिए वे कोई निर्णय ले ही नहीं पाते एंव सोचते ही रह जाते है एंव समय उनके हाथ से पानी की तरह निकल जाता है| ऐसे लोग हमेशा डर-डर के जीते है और बाद में पछताते हैं| इसलिए दोस्तों ज्यादा मत सोचिये जो आपको सही लगे वह कीजिये क्योंकि शायद ही कोई ऐसा कार्य होगा जो सभी लोगों को एक साथ पसंद आये|


8. सच बोलें, ईमानदार रहें, धूम्रपान न करें, प्रकृति से जुड़े, अच्छे (Good) कार्य करें , जरुरतमंद की मदद करें (Be Helpful)| क्योंकि ऐसे कार्य आपको सकारात्मक शक्ति (positive power) देते हैं वही दूसरी ओर गलत कार्य एंव बुरी आदतें (Bad Habits) हमारे आत्मविश्वास को गिरा देते हैं|


9. वह कार्य करें जिसमें आपकी रुचि हो एंव कोशिश करें कि अपने करियर (Career) को उसी दिशा में आगे ले जिसमें आपकी रुचि हो|


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बुधवार, 20 मार्च 2019

10 बातें, जो इंसान असफलता से सीखता है

हर इंसान अपने जीवन में बहुत सी गलतियां करता और असफल होता है। अगर आप निरंतर प्रयास कर रहे है तो आपके लिए असफल होना बुरी बात नहीं बल्कि अच्छी बात है क्योंकि हर सफल व्यक्ति ने यह माना है कि –


लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इन गलतियों से सबक लें। प्रत्येक दिन, आपके साथ जुड़ा प्रत्येक इंसान, आपसे मिलने वाला हर नया इंसान, हर परिस्थिति, आपको कुछ न कुछ नया सबक सिखाती है। हमें जरुरत है, उनको समझने की।


आज हम यहाँ आपको ऐसे ही कुछ बातें बता रहे हैं, जिसे इंसान अपनी असफलताओं से सीख सकता है| 



अपनी नाकामयाबी को स्वीकार करें 


जो बीत गया, वो आपका अतीत था – उससे सीखो और उससे आगे बढ़ो। आपने अपने अतीत में जो गलतियां की हो, उसे पकड़ कर रोते न रहें। यदि आप ऐसा करेंगे तो, आप आज कुछ नहीं कर पाएंगे और आपका कल भी बिगड़ जायेगा। जो हो गया उस पर अब आपका कोई नियंत्रण नहीं हैं, इसलिए उसे लेकर परेशान क्यू होना। बेहतर है कि इन नाकामयाबी को स्वीकार करें और इनसे सीख लेते हुए आगे बढे।


आपको अपने अंदर बदलाव की जरुरत है, न की संसार को बदले की 


जब भी हमारे साथ कुछ भी गलत होता है या हम असफल होते है तो हम में से ज्यादातर लोग परिस्थितियों या दूसरों व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराते  हैं। जबकि सच्चाई यह है कि हमारी गलतियों और असफलताओं के लिए हम स्वंय ही जिम्मेदार होते है। असफलताओं के बाद हमें अपनी शक्तियों और कमियों का पता चलता है ताकि हम अपनी कमियों को शक्तियों में बदल सकें| 


असफलता के बाद अधिक साहसी बनें 


ज्यादातर लोग असफलता से डरते है| लेकिन एक बार जब इंसान असफल हो जाता है, तो असफलता का डर समाप्त हो जाता है और इंसान अधिक साहसी बनता है| असफलता का अनुभव लें और अपनी असफलताओं की मदद से डर को मिटा दें


अपने सपने का पीछा करें


असफलता के कारण हार मानना इंसान की सबसे बड़ी बेवकूफी है| असफलता यह दर्शाती है कि इन्सान सफलता की ओर आगे बढ़ रहा है, इसलिए असफलता से सीख लें |


कोई भी इंसान पूर्णतया कुशल नहीं होता


इस संसार में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो पूर्णतया कुशल हो। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, दिन-प्रतिदिन कुछ न कुछ नया सीखते है। हर इंसान में कुछ-कुछ कमियां होती है और यदि आप इन बातों को लेकर परेशान रहते है कि मुझे ये नहीं आता, वो नहीं आता तो आप व्यर्थ में परेशान हैं। अगर आपको खुश रहना है तो अपनी कमियों को स्वीकार करें और उनको सुधारने की कोशिश करें।


समय सबसे मूल्यवान है


असफलताएँ यह बताती है कि हमने समय का सही उपयोग नहीं किया है| अगर हमें अपने जीवन में कुछ बेहतर करना चाहते हैं तो हमको सबसे ज्यादा अपने कीमती समय पर ध्यान देना होगा। आज दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है, अगर आप इसके साथ नहीं चलेंगे तो निश्चित ही पीछे हो जायेंगे। सही समय पर सही काम करने से ही सफलता मिलती है।


अपना दायरा बढ़ाये


असफलताएँ यह इशारा करती है कि हमें अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलने की जरूरत है| हम सभी, कुछ भी नया करने से डरते हैं| लेकिन हमें यह भी ध्यान देना चाहिए जब तक हम कुछ नया करने की कोशिश नहीं करेंगे तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते। इसलिए अपने कम्फर्ट जोन (comfort level) से बाहर निकलें और बिना डरे प्रयास करें |


Limiting the Gandhi Family's Role

India's political system is democratic, with no constitutional bar on family involvement in politics. However, the Gandhi family's d...